National Telecommunications Institute for Policy Research, Innovation and Training (NTIPRIT) team visit to Jaipur Smart City Limited. NTIPRIT is the Central Training Institute of Department of Telecommunications, Government of India.
The study visit of Officer Trainees was intended towards giving them a comprehensive exposure of “Smart City Mission and Projects”. It will provide them a deep insight to requirements of Smart City which will be helpful to them for executing ICT components of Smart City in future.
The trainees were also taken outside the office campus for practical experience and acquainting them with some of the projects such Rooftop Solar Power Plants, Dravyavat River, etc.
जयपुर. गर्मी के दिनों में आगजनी की घटनाएं बढ़ जाती हैं. हांलाकि इनसे निपटने के लिए राजधानी में पर्याप्त दमकल वाहन मौजूद हैं. यहां के 12 फायर स्टेशनों पर 55 छोटे-बड़े दमकल वाहन हैं जो किसी भी घटना पर काबू पाने के लिए सक्षम है. इसके अलावा तंग गलियों में लगी आग पर पर काबू पाने के लिए मोटरसाइकिल दमकल और बड़ी बिल्डिंग के लिए 42 मीटर एएचएलपी मौजूद है जिससे आग पर काबू पाया जा सकता है. सभी दमकल वाहन पूरी तरह फिट भी हैं.
लेकिन राजधानी में मौजूद फायर स्टेशनों पर इन दमकलों में पानी भरने के लिए ओवरहेड टैंक और अंडरग्राउंड टैंक नहीं उपलब्ध है. हालांकि बोरिंग ट्यूबवेल हाईड्रेंट स्टोर पानी की कमी को पूरी कर देते हैं. शहरी क्षेत्र काफी घना और बाजार संकरा होने की वजह से जगह-जगह हाईड्रेंट की जरूरत महसूस की जाते रही है जिसे देखते हुए जल्द ही फायर फाइटिंग सिस्टम विद पंप हाउस प्रोजेक्ट लाया जा रहा है.
वाहन हैं उपलब्ध
- छोटी-बड़ी कुल दमकल - 55
- मोटरसाइकिल दमकल - 19
- एएचएलपी - 1 (42 मीटर)
- मौका मुआयना टीयूवी/जिप्सी - 8
हालांकि इन पर्याप्त वाहनों के लिए शहर के फायर स्टेशनों पर ओवरहेड वाटर टैंक मौजूद नहीं है. सीएफओ जगदीश फुलवारी के अनुसार राजधानी के सभी 12 फायर स्टेशन पर बोरिंग ट्यूबवेल हाईड्रेंट लगे हैं. एक फायर स्टेशन पर ओवरहेड टैंक भी बना हुआ है. इसके अलावा दो लाख लीटर वाले ओवरहेड और अंडर ग्राउंड वाटर टैंक के लिए प्रस्ताव भी भेजा गया है. उन्होंने बताया कि फायर स्टेशन के अलावा पीएचइडी के वाटर टैंक की भी हेल्प ली जाती है.
जयपुर. बीते दिनों गहलोत सरकार ने अपना बजट पेश किया. जिसमें मेडिकल सेवाओं के विस्तार पर करोड़ों खर्च करने का ऐलान किया गया. इन घोषणाओं में जयपुर के परकोटे में स्थित गणगौरी अस्पताल का विस्तार भी शामिल है. जिसपर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से करीब 52 करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा.
साथ ही चारदीवारी के लिए मेडिकल लाइफलाइन कहे जाने वाले गणगौरी अस्पताल की क्षमता बढ़ाने और उसे अपग्रेड करने की बजट घोषणा थी. उसी के अनुरूप गणगौरी अस्पताल की एनआईटी जारी की गई है. इसके लिए ऑनलाइन टेंडर किया जाना है, जो प्रक्रिया फिलहाल जारी है. इसमें तकरीबन 52 करोड़ खर्च होंगे.
इस संबंध में स्मार्ट सिटी लिमिटेड सीईओ लोक बंधु ने बताया कि परकोटे के अलावा आसपास के क्षेत्रों की करीब 8 से 10 लाख जनसंख्या को अस्पताल कवर करता है. ऐसे में नियमित रूप से 1500 से 2000 की ओपीडी यहां रहती है.
जयपुर. बड़े-बड़े बिजली के बिल, अघोषित बिजली की कटौती से सरकारी संस्थानों को निजात दिलाने के लिए जयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं. इससे लाखों के बिजली बिल की बचत हो रही है. स्मार्ट सिटी मिशन का अक्षय ऊर्जा को प्रमोट करने और पारंपरिक ऊर्जा की खपत को कम करने का लक्ष्य है. इस क्रम में हेरिटेज नगर निगम में अब 36 लाख रुपए की लागत से 100 किलोवाट का सोलर पैनल लगाया गया है. जो हर दिन 400 यूनिट इलेक्ट्रिसिटी जनरेट करेगी.
जयपुर. राजधानी के वॉल सिटी के 2000 क्रिटिकल मेन हॉल हाईटेक किए जाएंगे. बारिश और रुकावट के कारण अमूमन शहरी क्षेत्र में सीवर चैंबर उफ़न पड़ते हैं. जिसकी वजह से सड़कें नदियों में तब्दील हो जाती हैं. हालांकि अब स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से 1 करोड़ 30 लाख रुपए खर्च कर सीवर चैंबर के उफनने से पहले उन्हें साफ करने का प्लान बनाया गया है. सीवर चैंबर को हाईटेक करते हुए इनमें सेंसर लगाए जाएंगे.
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